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“बन्द हो ये चुनावी बन्दरबांट” माननीय उच्चतम न्यायालय ले संज्ञान
पिछले कुछ वर्षों से देश की सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव के समय लोगों को मुफ्त चीजें देने के आश्वासन करने का जैसे रिवाज सा बना लिया है। और बनाए

शरद गोयल
Jan 23 min read
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सरकारे क्यों दे नौकरियां
“सरकारी नौकरी” हिंदुस्तान में यह शब्द जैसे एक बहुत बड़े वर्ग का जीवन पर्यन्त सपना होता है I युवा ने यदि दसवीं तक पढ़ाई कर ली तो आम नागरिक सर

शरद गोयल
Dec 14, 20241 min read
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मैं किसका चालान कांटू ?”
अक्सर जब करदाताओं की बात करते हैं तो प्रत्यक्ष करदाताओं की ही गिनती करते हैं किंतु अप्रत्यक्ष करदाताओं की गिनती किसी...

शरद गोयल
Dec 2, 20241 min read
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तो क्या चालान काटने से सुधर जाएगा प्रदुषण
तो क्या चालान काटने से सुधर जाएगा प्रदुषण

शरद गोयल
Nov 26, 20242 min read
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निर्धनता अब तक बोल नहीं पाती थी,अब कुछ कहना चाहती है ।
निर्धनता बहुत आयामी होती है, इसमें केवल मूलभूत आवश्यकताओं की संतुष्टि से ही वंचित नहीं होना पड़ता । बल्कि उसे सामाजिक दृष्टि से उपेक्षा का श

शरद गोयल
Aug 27, 20246 min read
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अपराध रोकने है तो गहन जांच के बाद जारी करने होंगे सिम कार्ड
यूपी में अप्रैल, 2023 का एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें एक आधार कार्ड के ऊपर 11000 सिम कार्ड रजिस्टर थे।

शरद गोयल
Aug 27, 20244 min read
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अब तो पराली भी नहीं जल रही, अब प्रदूषण क्यों?
पिछले लगभग तीन महीने से दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर खतरनाक सीमा तक फैला हुआ है। वो बात अलग है कि इस बात की जानकारी भी हमें ..

शरद गोयल
Aug 24, 20243 min read
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होश में आओ, अभी देर नहीं हुयी
अभी पिछले ही साल सौ साल पूरे कर चुका भारतीय फिल्मउद्योग आज एक आम आदमी को प्रभावित करने वाला उद्योग बन चुका हैः सामान्य व्यक्ति को प्रभावित क

शरद गोयल
Mar 9, 20244 min read
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